भायँ कुभायँ अनख आलसहूँ ! नाम जपत मंगल दिसि दसहूँ !!
सुमिरि सो नाम राम गुन गाथा ! करउँ नाइ रघुनाथहि माथा !!
मोरि सुधारिहि सो सब भाँती !जासु कृपा नहिं कृपाँ अघाती !!
राम सुस्वामि कुसेवकु मोसो ! निज दिसि देखि दयानिधि पोसो !!
जय सिया राम
हरेकृष्ण हरेकृष्ण कृष्णकृष्ण हरेहरे-हरेराम हरेराम रामराम हरेहरे
स्वीट राधिका राधे-राधे
अक्षयतृतीया के पावन अवसर पर श्रीधामवृन्दावन में श्री बाँकेबिहारीजी महाराज के चरण दर्शन कर गौडीय संप्रदाय के सभी मंदिरों में श्री युगलसरकार भगवान श्री राधिका श्यामसुन्दर जी के सर्वांग चन्दन दर्शन कर लाभान्वित हों , कल्प कथानुसार भगवान परसुराम के प्राकट्य दिवस के रूप में अक्षयतृतीया को संकल्प बद्ध हों कि हे हरि ! मैं अपने निश्चर रूपी अवगुणों पर विजय प्राप्त कर रामकृपा रूपी सद्गुणों की छाँव में सत्यम-शिवम्-सुन्दरम जीवनधारा-जीवनआनंद प्राप्त करूँ !!
-राधे-राधे -
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हरेकृष्ण हरेकृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ! हरेराम हरेराम राम राम हरे हरे !!